Gam Dhatu Roop All 5 Lakar Sanskrit | गम् धातु रूप संस्कृत

Gam Dhatu Roop All 5 Lakar Sanskrit | दोस्तों ! इस पोस्ट में हमलोग संस्कृत के गम् धातु रूप या गच्छ धातु रूप का सभी पाँचो लकारों, तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में अध्यन करेंगे। गम् धातु रूप या गच्छ धातु रूप खाद् धातु का रूप सभी पाँचो लकारों, तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है।

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Gam Dhatu Roop | गम् धातु रूप – परिचय

गम् धातु या गच्छ धातु को संस्कृत में हिंदी के ‘जाना (jaana)’ शब्द के लिए और अंग्रेजी में ‘टू गो (to go)’ के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह भ्वादिगण तथा परस्मैपदी धातु है।

सभी भ्वादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है। जैसे- (bhu dhatu roopbhav dhatu roop) भू धातु रूपभव् धातु रूप, (khad Dhatu Roop) खाद् धातु रूप, (path dhatu roop) पठ् धातु रूप, (likh dhatu roop) लिख् धातु रूप, (has dhatu roop) हस् धातु रूप, (arch) अर्च्, (as) अस्, (stha-tishth) स्था, (sev) सेव्, (shru) श्रु, (guh) गुह्, (ghra-jighra) घ्रा, (ji-jay) जि, (tap) तप्, (daa-yachchh) दा, (drash-pashya) दृश्, (dhav) धाव्, (nee) नी, (paa-pib) पा, (pach) पच्, (pat) पत्, (bhaj) भज्, (yaj) यज्, (vad) वद्, (vraj) व्रज, (vrat) वृत्, (vas) वस्, (such) शुच्, (shubh) शुभ्, (sad-seed) सद् आदि।

गम् धातु का रूप सभी पाँचो लकारों, तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में

गम् धातु रूप या गच्छ धातु रूप संस्कृत (Gam Dhatu Roop in Sanskrit) में सभी पाँचो लकारों, तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

गम् धातु लट् लकार (वर्तमान काल) | Gam Dhatu Lat Lakar (Vartman Kaal)

Gam Dhatu Roop in Sanskrit | गम् धातु लट् लकार का संस्कृत में प्रयोग क्रिया को वर्त्तमान काल में दर्शाने के लिए किया जाता है। गम् धातु लट् लकार के रूपों का प्रयोग करके हम वर्त्तमान काल में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में क्रिया को व्यक्त कर सकते हैं। गम् धातु लट् लकार का संस्कृत में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुषः गच्छति गच्छतः गच्छन्ति
मध्यमपुरुषः गच्छसि गच्छथः गच्छथ
उत्तमपुरुषः गच्छामि गच्छावः गच्छामः

गम् धातु लट् लकार का संस्कृत में उदाहरण

संस्कृतहिंदीEnglish
त्वं गच्छसि।तुम जाते हो।You go.
सीता मंदिरं गच्छति।सीता मंदिर जाती है।Sita goes to temple.

गम् धातु लङ् लकार (भूतकाल) | Gam Dhatu Lang Lakar (Bhut Kaal)

Gam Dhatu Roop 5 Lakar | गम् धातु लङ् लकार का संस्कृत में प्रयोग क्रिया को भूत काल में दर्शाने के लिए किया जाता है। गम् धातु लङ् लकार के रूपों का प्रयोग करके हम भूत काल में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में क्रिया को व्यक्त कर सकते हैं। गम् धातु लङ् लकार का संस्कृत में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुषः अगच्छत् अगच्छताम् अगच्छन्
मध्यमपुरुषः अगच्छः अगच्छतम् अगच्छत
उत्तमपुरुषः अगच्छम् अगच्छाव अगच्छाम

गम् धातु लृट् लकार (भविष्यत् काल) | Gam Dhatu Ke Roop Lrit Lakar (Bhavishayat Kaal)

Sanskrit Gam Dhatu Roop | गम् धातु लृट् लकार का संस्कृत में प्रयोग क्रिया को भविष्यत् काल में दर्शाने के लिए किया जाता है। गम् धातु लृट् लकार के रूपों का प्रयोग करके हम भूत काल में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में क्रिया को व्यक्त कर सकते हैं। गम् धातु लृट् लकार का संस्कृत में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुषः गमिष्यति गमिष्यतः गमिष्यन्ति
मध्यमपुरुषः गमिष्यसि गमिष्यथः गमिष्यथ
उत्तमपुरुषः गमिष्यामि गमिष्यावः गमिष्यामः

गम् धातु लोट् लकार (अनुज्ञा) | Gam Dhatu Ke Roop Lot Lakar

Sanskrit Gam Dhatu Roop | गम् धातु लृट् लकार का संस्कृत में प्रयोग क्रिया को भविष्यत् काल में दर्शाने के लिए किया जाता है। गम् धातु लृट् लकार के रूपों का प्रयोग करके हम भूत काल में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में क्रिया को व्यक्त कर सकते हैं। गम् धातु लृट् लकार का संस्कृत में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुषः गच्छतु/गच्छतात् गच्छताम् गच्छन्तु
मध्यमपुरुषः गच्छ/गच्छतात् गच्छतम् गच्छत
उत्तमपुरुषः गच्छानि गच्छाव गच्छाम

गम् धातु विधिलिङ् लकार (चाहिए के अर्थ में) | Gam Ke Dhatu Roop Vidhiling Lakar

Gam Dhatu Roop All 5 Lakar | गम् धातु रूप विधिलिंग लकार | गम् धातु विधिलिङ् लकार का संस्कृत में प्रयोग क्रिया को चाहिए के अर्थ में किया जाता है। गम् धातु विधिलिङ् लकार के रूपों का प्रयोग करके हम अनुज्ञा अर्थ में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में क्रिया को व्यक्त कर सकते हैं। गम् धातु विधिलिङ् लकार का संस्कृत में तीनों पुरुषों एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं।

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमपुरुषः गच्छेत् गच्छेताम् गच्छेयुः
मध्यमपुरुषः गच्छेः गच्छेतम् गच्छेत
उत्तमपुरुषः गच्छेयम् गच्छेव गच्छेम

गम् धातु रूप प्रश्नोत्तरी | Gam Dhatu Roop Important Questions Answers

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, ek vachan ka kya roop hai?

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, ek vachan में गच्छामि रूप बनता है।

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, dwivachan ka kya roop hai?

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, dwivachan में गच्छावः रूप बनता है।

गम् धातु का क्या अर्थ होता है?

गम् धातु का अर्थ होता है जाना।

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, bahuvachan ka kya roop hai?

Gam dhatu lat lakar, uttam purush, bahuvachan में गच्छामः रूप बनता है।

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन का क्या रूप है?

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, द्विवचन में गच्छथः रूप बनता है।

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन का क्या रूप है?

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, एकवचन में गच्छसि रूप बनता है।

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन का क्या रूप है?

गम् धातु लट् लकार, मध्यम पुरुष, बहुवचन में गच्छथ रूप बनता है।

गम् धातु लट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन का क्या रूप है?

गम् धातु लट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन में गच्छति रूप बनता है।

गम् धातु लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन का क्या रूप है?

गम् धातु लट् लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन में गच्छन्ति रूप बनता है।

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